इटावा की घटना के विरोध में मनुस्मृति जलाकर और मुख्यमंत्री को ज्ञापन देकर करेंगे विरोध प्रदर्शन - DPSS

इटावा की घटना के विरोध में मनुस्मृति जलाकर और मुख्यमंत्री को ज्ञापन देकर करेंगे विरोध प्रदर्शन - DPSS
सौरभ नाथ कि खबर 9039502565
बाबा साहब की मूर्ति के लिए कांग्रेस कर रही उपवास की नौटंकी - दामोदर यादव
बरैया के भाषणों से उजागर हुई कांग्रेस की सच्चाई, बाबा साहब का खुला विरोध कर रहे हैं कांग्रेस नेता - यादव
विगत दिनों उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में एक भागवताचार्य के साथ, केवल उनके पिछड़ा और यादव जाति से होने के कारण, की गई मारपीट एवं जबरन मुंडन की घटना समाज में व्याप्त जातिवादी मानसिकता को उजागर करती है। वर्ण व्यवस्था के अनुसार शूद्रों को किसी भी धार्मिक ग्रंथ को सुनने और पढ़ने का अधिकार नहीं है, और पिछड़ा वर्ग इसी वर्ण में आता है। मनुवादी सोच के चलते ही इटावा में इस प्रकार की घृणित घटना को अंजाम दिया गया।
दलित पिछड़ा समाज संगठन (DPSS) ने निर्णय लिया है कि आगामी 3 जुलाई को भोपाल में मनुस्मृति को प्रतीकात्मक रूप से जलाकर विरोध दर्ज कराया जाएगा और मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भी सौंपा जाएगा। इस ज्ञापन में मांग की जाएगी कि मनुस्मृति के प्रकाशन पर प्रतिबंध लगाया जाए और इससे प्रेरित होकर इस प्रकार की घटनाएं करने वालों पर देशद्रोह का मुकदमा चलाने के लिए कड़ा कानून बनाया जाए।
उक्त बातें DPSS के संस्थापक एवं आज़ाद समाज पार्टी (भीम आर्मी) के वरिष्ठ नेता मा. दामोदर सिंह यादव ने भोपाल में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कही।
यादव ने कहा कि ग्वालियर हाईकोर्ट परिसर में संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित करने का भी मनुवादी मानसिकता वालों ने विरोध किया। जब हमारी भीम आर्मी ने संघर्ष किया और सड़कों पर आंदोलन किया, तब जाकर कांग्रेस जागी और अब उपवास की नौटंकी कर रही है।
कांग्रेस के ही भांडेर विधायक फूल सिंह बरैया जी के हालिया भाषणों ने कांग्रेस का असली चेहरा उजागर कर दिया है। ग्वालियर के उपवास कार्यक्रम में स्वयं बरैया मंच से कह रहे थे कि कांग्रेस के ही पांच नेताओं ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर मांग की है कि बाबा साहब अंबेडकर से ‘संविधान निर्माता’ का दर्जा वापस लिया जाए। दुखद है कि ऐसे नेताओं पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
इस समूचे घटनाक्रम से स्पष्ट हो गया है कि राहुल गांधी भले ही सामाजिक न्याय की बातें करें, लेकिन उनकी पार्टी में मनुवादी सोच वाले नेताओं का ही दबदबा है।
दामोदर यादव ने कहा कि वे स्वयं कांग्रेस में प्रदेश उपाध्यक्ष एवं ओबीसी विभाग के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। उन्होंने जीतू पटवारी से आग्रह किया कि वे एक पिछड़ा वर्ग के नेता होने के नाते इस विषय पर कठोर कदम उठाएं। अन्यथा मजबूरीवश हमें PCC अध्यक्ष को भी संविधान विरोधी घोषित करना पड़ेगा।
इस अवसर पर DPSS के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बलबहादुर बघेल, प्रदेश महासचिव कमल कुशवाह, वरिष्ठ नेता अमित बंसोड़, छात्र नेता सौरभ यादव, गौतम नगदमे सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे