थांवला। अजमेर-नागौर सीमा पर बसे थांवला थानान्तर्गत एक गांव में निजी स्कूल से अपने घर लौट रही एक 9 वर्षीय छात्रा के साथ अज्ञात आरोपी द्वारा हैवानियत का मामला प्रकाश में आया है जिसके बाद सूचना पर राजस्व विभाग अधिकारियों सहित नागौर जिला पुलिस अधीक्षक ने घटना स्थल का मौका मुआयना कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। इधर छात्रा को अजमेर के राजकीय अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसका ईलाज जारी है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार गोविन्दगढ़ की एक निजी स्कूल में अध्ययनरत दूसरी कक्षा की एक बालिका रोजाना नागौर-अजमेर जिले के प्रवेश द्वार पर बने एक गांव से 1 किमी दूरी पर अपने घर के लिए स्कूल बस से उतरती है और करीबन आधे किमी दूर अपनी ढ़ाणी में जाती है। रोजाना की तरह शनिवार को भी छात्रा परीक्षा देकर बस से उतरी और घर की तरफ बढ़ी थी कि रास्तें में मोटरसाईकिल से आए अज्ञात आरोपी ने उसको बहला फुसलाकर अपने साथ कर लिया और सूनसान ईलाकें में ले जाकर उसके साथ हैवानियत की। इतनें में छात्रा के साथ की अन्य बालिकाएं घर पहुंची तो उन्होने अनजान शख्स के बारें में बालिका के पिता को जानकारी दी। पिता ने हो हल्ला किया तो कुछ दूरी पर लहुलुहान बालिका के चिल्लाने की आवाज आई और मौके से आरोपी मोटरसाईकिल पर भागता दिखा और आंखों से ओझल हो गया। दोपहर लगभग 3 बजे पुलिस को मामले की जानकारी मिली तो आसपास के थानों को सूचना देकर नाकाबन्दी कराई गई और नागौर जिला पुलिस अधीक्षक नारायण टोगस, एएसपी सुमित कुमार, डेगाना डिप्टी , रियांबड़ी सुरेश कुमार, तहसीलदार भींयाराम, थंावला हैड कांस्टेबल महेन्द्र सिंह चारण ने मौके पर पहुंचकर हालातों का जायजा लिया और लहुलुहान बालिका को अजमेर के जेएलएन अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया। देर रात तक जिला मुख्यालय से आई एफएसएल टीम, पुलिस विभाग और राजस्व विभाग अधिकारी एवं पीसांगन पुलिस साक्ष्य जुटाने में जुटी हुई है जबकि समाचार लिखे जाने तक आरोपी का सुराग नहीं लग पाया।