श्रीनगर का सिराज बाग, मशहूर डल झील के किनारे बना है। इस बाग में आपको ट्यूलिप की कलियां, अधखिले और पूरे खिले फूलों की 74 वैराइटी देखने को मिलती है। इसे इंदिरा गांधी ट्यूलिप गार्डन भी कहा जाता है जोकि जबरवान पर्वत की तलहटी में है। पर्यटन विभाग हर साल 'ट्यूलिप फेस्टिवल' का भी आयोजन करता है। अगर आप भी यहां आने की प्लानिंग कर रहे हैं तो ये जानकारी आपके लिए काम की हो सकती है-

ट्यूलिप गार्डन आने का सबसे सही समय
इस गार्डन की अद्भुत खूबसूरती देखने का सबसे अच्छा समय मार्च महीने के अंत से लेकर 20-25 अप्रैल तक है। घाटी में ट्यूलिप खिलने का यही समय होता है।

वसंत महीने के बाद गार्डन बंद कर दिया जाता है और अगले सीजन की तैयारी शुरू हो जाती है। इस समय ट्यूलिप की खूबसूरती देखते ही बनती है। इतने सारे रंगों के ट्यूलिप फूलों के साथ बाग गुलजार नजर आता है।

मल्टी कलर ट्यूलिप से लेकर सांस्कृतिक कार्यक्रमों तक
इस गार्डन में ट्यूलिप फूलों की काफी सारी किस्में हैं, जिसमें मल्टी कलर ट्यूलिप से लेकर, डबल लेयर ट्यूलिप, तोते के आकार के ट्यूलिप शामिल हैं।
ये गार्डन फोटोग्राफी के लिए बहुत ही मशहूर है। जब यहां आएं तो अपने साथ कैमरा, ट्राईपॉड लाना ना भूलें। गार्डन में फोटोग्राफी करने की मनाही नहीं है।
जब आप इस गार्डन को अलग-अलग जगहों जैसे डल झील, चश्मे शाही से देखते हैं तो हर जगह से इसका व्यू कमाल का दिखता है।
इस ट्यूलिप फेस्टिवल में आपको कश्मीर का पारंपरिक नृत्य और संगीत का आनंद लेने का भी मौका मिलता है। ये फेस्टिवल 20 दिनों तक चलता है और बहार-ए-कश्मीर के अंतर्गत आता है।
इस फेस्टिवल के जरिए वादी में वसंत महीने का स्वागत किया जाता है। ये सैलालियों के आने का भी मौसम माना जाता है।
फेस्टिवल के दौरान टूरिस्टों के लिए हॉलैंड से लाखों ट्यूलिप मंगाए जाते हैं। इसका मकसद कश्मीर में बागवानी को बढ़ावा देना है।

कैसे पहुंचें ट्यूलिप गार्डन तक?
ट्यूलिप गार्डन से सबसे नजदीकी श्रीनगर एयरपोर्ट है। एयरपोर्ट से ट्यूलिप गार्डन 19 किलोमीटर की दूरी पर है।
दिल्ली से श्रीनगर के लिए सीधी ट्रेन भी है। वैसे यहां आसानी और जल्दी पहुंचने का जरिया फ्लाइट ही है।
आपको ट्यूलिप गार्डन में एंट्री के लिए टिकट लेनी होती है, जिसकी कीमत 75 रुपए कम है। बच्चों के लिए टिकट की कीमत कम रखी गई है।

इन बातों का रखें ध्यान
अगर आप ट्यूलिप गार्डन की एक शांत सैर करना चाहते हैं तो वीकडेज पर आने का प्लान करें।
चूंकि ये एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन है तो यहां भीड़ काफी होती है, इसलिए अपने टिकट और रुकने का इंतजाम एंडवांस में करा लें।
यहां गार्डन में ट्यूलिप के फूलों और पौधों को छूना या उन्हें तोड़ना मना है। ये सिर्फ देखने के लिए हैं।
इस समय भी श्रीनगर की फिजा में हल्की ठंडक रहती है तो अपने साथ कुछ गर्म कपड़े जरूर रखें।