ज्येष्ठ मास के द्वितीय मंगलवार में हनुमान महाराज की करे आराधना, होगा सदा मंगल : आचार्य पंडित केशव शास्त्री कथा व्यास

सौरभ नाथ की खबर 9039502565

भोपाल ज्येष्ठ मास के पावन पर्व पर समस्त सनातन धर्म प्रेमियों को मंगलमय शुभकामनाएं। यह मास प्रभु श्रीराम और उनके परमभक्त श्री हनुमान जी महाराज के दिव्य मिलन का प्रतीक है। मान्यता है कि ज्येष्ठ मास के प्रथम मंगलवार को भगवान श्रीराम और हनुमान जी का मिलन हुआ था, जो भक्तों के लिए अत्यंत पुण्यदायी माना जाता है।

 

राजधानी भोपाल के अयोध्या बायपास स्थित सिद्ध पीठ पंचमुखी हनुमान दुर्गा मंदिर के पुजारी, कथा व्यास पंडित केशव शास्त्री ने बताया कि द्वितीय मंगलवार को विशेष रूप से हनुमान जी की पूजा का महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है। यदि कोई श्रद्धालु हनुमान जी को 11 पान के पत्तों की माला, जिन पर "राम-राम" लिखा हो, साथ ही 11 तुलसी पत्र और गुड़-चना अर्पण करता है या 108 आक के फूलों की माला अर्पित करता है, तो हनुमान जी उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं और जीवन के सभी कष्टों से मुक्ति दिलाते हैं।

 

इसके अलावा, यदि किसी व्यक्ति को शत्रु बार-बार परेशान कर रहा हो तो उसके लिए एक विशेष उपाय बताया गया है। पंचमुखी हनुमान मंदिर में जाकर एक कच्चे सूती धागे को अपने ऊपर से सात बार उतारें, फिर उस धागे की बत्ती बनाकर उसे सरसों के तेल में भिगोएं और दीपक जलाएं। इसके बाद उस दीपक को तीन बार अपने ऊपर से उतारें और हनुमान जी के मंदिर में अर्पित कर दें। यह प्रयोग शत्रु बाधा को समाप्त करता है और जीवन में सुरक्षा और शांति प्रदान करता है। हनुमान जी की कृपा से आपके जीवन में सदा सुख, समृद्धि और विजय का वास बना रहेगा।