राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से लेकर हरियाणा-राजस्थान तक 50 से अधिक लोगों की हत्या करने और इनके शवों को यूपी के कासगंज में मगरमच्छों को खिलाने वाले दुर्दांत राक्षस ‘डॉक्टर डेथ’ को गिरफ्तार कर लिया गया है. सात मामले में उम्र कैद के बाद एक मामले में फांसी का इंतजार कर रहा यह सीरियल किलर अगस्त 2024 में तिहाड़ जेल से पैरोल पर बाहर आया. इसके बाद से ही फरार चल रहा था. हालांकि दिल्ली पुलिस ने करीब छह महीने बाद राजस्थान के दौसा स्थित एक आश्रम से अरेस्ट कर लिया है. इस आश्रम में वह पुजारी बनकर रह रहा था.

आइए, जानते हैं कि आखिर कौन है ये डॉक्टर डेथ, जिसकी गिरफ्तारी पर दिल्ली पुलिस ने राहत की बड़ी सांस ली है? जी हां, हम बात कर रहे हैं दिल्ली के कुख्यात आयुर्वेदिक डॉक्टर देवेंद्र शर्मा की. 1998 से 2004 के बीच देवेंद्र शर्मा का नाम किडनी ट्रांसप्लांट रैकेट में आया था. इस मामले में उसकी गिरफ्तारी हुई और उसने 125 से अधिक अवैध ट्रांसप्लांट के केस कबूल किए थे. इससे पहले देवेंद्र शर्मा ने 1994 में गैस एजेंसी की डीलरशिप ली थी. हालांकि इसमें घाटा हुआ तो इसने मानव अंगों की तस्करी शुरू कर दी थी. इस प्रकार हत्या की ताबड़तोड़ वारदातों को अंजाम देते हुए यह कब खूंखार सीरियल किलर बन गया, इसे खुद पता नहीं चला.

50 से अधिक मर्डर का आरोप
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक डॉक्टर डेथ के रूप में कुख्यात देवेंद्र शर्मा पर 50 से अधिक मर्डर का आरोप है. इनमें से अब तक 8 मामलों में यह दोषी भी साबित हो चुका है. इनमें भी 7 मामलों में इसे उम्रकैद हुई है, जबकि हरियाणा के गुरुग्राम में हुए मर्डर के एक मामले में इसे फांसी की सजा हुई है. इन्हीं मामलों में यह दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद था. अगस्त 2023 में यह पैरोल पर तिहाड़ जेल से बाहर आया था और फरार हो गया था. इससे पहले वह साल 2020 में भी पैरोल पर बाहर आकर फरार हुआ था और सात महीने बाद पकड़ा गया.

ऐसे करता था अपराध
पुलिस सूत्रों के मुताबिक इस बदमाश को हत्या की सनक सवार थी. इसके लिए वह खासतौर पर टैक्सी चालकों को निशाना बनाता था. वह टैक्सी बुक करता और फिर ड्राइवर की हत्या करने के बाद उसके शव को उत्तर प्रदेश के कासगंज में मगरमच्छों के लिए मशहूर हजारा नहर में डाल देता था. वहां पलक झपकते मगरमच्छ शवों को खा जाते थे, इसलिए आरोपी के खिलाफ पुलिस को सुराग नहीं मिल पाता. वहीं टैक्सियों को ब्लैक मार्केट में बेच देता था.

पुजारी बनकर काट रहा था फरारी
अगस्त 2024 में पैरोल जंप करने के बाद देवेंद्र शर्मा ने धर्म का चोला ओढ़ लिया था. वह दौसा के एक आश्रम में पुजारी बनकर फरारी काटने लगा. इधर, दिल्ली पुलिस ने उसकी लोकेशन ट्रैस करने और उसे पकड़ने के लिए आधा दर्जन से अधिक टीमें बना दीं. इन टीमों ने बड़ी मुश्किल से उसकी लोकेशन को ट्रैक किया और उसे पकड़ने के लिए दौसा के आश्रम में पहुंची. इस दौरान आरोपी आश्रम में धार्मिक प्रवचन करता मिला. पुलिस ने उसी हाल में उसे दबोच लिया है.