उड़ान म्यूजिकल ग्रुप की प्रस्तुति ने बिखेरा संगीतमय जादू

उड़ान म्यूज़िकल ग्रुप की प्रस्तुति ने बिखेरा संगीतमय जादू
संतोष योगी की खबर 9993268143
भोपाल, उडान म्यूज़िकल ग्रुप की हिट रेट्रो गीतों की यादगार प्रस्तुति ने संगीत प्रेमियों के दिलों को छू लिया। एस वी पोलिटेकनिक ऑडिटोरियम में आयोजित " रेट्रो के रंग सूरो के संग" इस कार्यक्रम में संगीत, सुर और जुनून का अद्भुत संगम देखने को मिला। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बीएनआई भोपाल के कार्यकारी निर्देशक श्री प्रदीप करमबेलकर एवं विशिष्ट अतिथि डॉ अरुण गुप्ता ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभकिया।
इस खास म्यूज़िकल ग्रुप की विशेषता यह है कि इसके सभी गायक-कलाकार अलग-अलग पेशों से ताल्लुक रखते हैं। बैंकर, इंजीनियर, शिक्षक, व्यापारी और सॉफ्टवेयर डेवलपर जैसे विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े ये कलाकार संगीत के प्रति अपने गहरे जुनून के कारण इस मंच पर एकजुट हुए।
कार्यक्रम की शुरुआत सुश्री मानसी इंगले द्वारा गाये सुमधुर गीत "सत्यम शिवम सुंदरम", से हुई जिसने श्रोताओ को तुरंत अपने खुमार में बांध लिया। इसके बाद "है अपना दिल तो आवारा", और " वादा तेरा वादा" जैसे सदाबहार गीतों ने माहौल को और भी संगीतमय बना दिया।
उड़ान म्यूज़िकल ग्रुप के फाउण्डर और कोओर्डिनेटर अजय सरवईकर ने अपने गीत "तेरे चेहरे में वो जादू है" पर श्रोताओ की खूब तालिया बटोरी। उन्होने कहा, "हमारा उद्देश्य अपने शौक को जीवित रखते हुए दर्शकों के दिलों तक संगीत की मिठास पहुंचाना है। इस कार्यक्रम ने यह साबित कर दिया कि जुनून और मेहनत के साथ इंसान किसी भी क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल कर सकता है। ग्रुप के उम्दा गायक श्याम गर्गे, चन्द्रशेखर जोशी एवं एम एस जयशंकर ने पुराने रेट्रो गीतो को बखूबी निभाया।
उड़ान म्यूज़िकल ग्रुप के प्रत्येक कलाकार ने अपनी प्रस्तुति में दिल और आत्मा उड़ेल दी। दर्शकों ने तालियों और वाहवाही के साथ हर गीत का स्वागत किया। ग्रुप की गायिका मोना घुले और मानसी इंगले ने अपनी डुएट परफॉर्मेंस मे " कजरा मोहब्बत वाला, अँखियो मे एसा डाला" गाकर सभी को जोश से भर दिया, वहीं बैंकर ज्योति रत्न शर्मा, अभय गोखले और प्रमोद निगम, ने अपने सुरों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। संगीत का जुनून रखने वाले ग्रुप के देव कुमार दुबे ने अपने सोलो गीत " गोरी तेरा गाँव बड़ा प्यारा" से समा बांध दिया। तकनीकी संयोजन मोहन अय्यर एवं राहुल सोनी ने किया। कार्यक्रम की सूत्रधार डॉ ज्योत्सना सरवईकर ने अपने उम्दा संचालन से श्रोताओ को बांधे रखा।
कार्यक्रम का समापन ग्रुप के सामूहिक प्रदर्शन "चलते चलते मेरे ये गीत याद रखना कभी अलविदा न कहना" के साथ हुआ, जिसने समर्पण और सामूहिकता की मिसाल पेश की। दर्शकों ने इस आयोजन को बेहद सराहा और उम्मीद जताई कि भविष्य में भी ऐसे संगीतमय कार्यक्रम होते रहेंगे।