शहर में स्मार्ट बिजली मीटर लगाने को लेकर हो रहे विवादो पर मध्य प्रदेश शासन को स्पष्ट करना चाहिए कि मीटर बदले जाना आवश्यक है या नहीं । हाजी मोहम्मद हारून

 

भोपाल। 5 जून, 2025। 

जमीअत उलमा मध्य प्रदेश के अध्यक्ष हाजी मोहम्मद हारून ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा है कि आजकल कई स्थानों पर पुराने मीटर की जगह नए स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं और इन मीटरों में बिजली बिल ज्यादा आने की शिकायतें भी आ रही हैं, जिससे लोग इन मीटरों को लगाने को लेकर आशंकित हैं । जब मीटर लगाने वाली टीम मोहल्लों में पहुंचती है तो नए मीटर को लेकर विवाद हो रहे है और ऐसी भी शिकायतें आ रही हैं कि निजी कंपनियां अपना टारगेट पूरा करने के लिए लोगों को नए मीटर लगाने को मजबूर कर रही हैं । लगातार यह भी शिकायतें मिल रही हैं कि घरों में पहुंच कर मीटर लगाने वालों के पास अपना आईडी कार्ड भी नहीं होता है और जब टीम के सदस्यों से आईडी कार्ड मांगा जाता है तो वे लोगों बदसलूकी करते हैं या फिर मोबाइल फोन पर अपना आईडी कार्ड दिखाते हैं , जिससे यह भी आशंका होती है कि ये लोग वाकई बिजली विभाग से हैं या फिर कोई संदिग्ध लोग हैं । कई जगहों से यह भी शिकायत मिली है कि मीटर बदलने वाली टीम के सदस्य चार-चार, पांच-पांच के समूह में घरों में पहुंचते हैं , जबकि कई घरों में अकेली महिलाएं या पर्दे वाली महिलाएं होती हैं जो एकदम घबरा जाती है । इन सब परिस्थितियों को देखते हुए हाजी मोहम्मद हारून ने कहा है कि मध्य प्रदेश सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए कि शहर में निजी कंपनियों द्वारा बदले जा रहे मीटर लगवाना लोगों की इच्छा पर निर्भर हैं या सभी को इन्हें लगाना अनिवार्य है । उन्होंने आगे कहा कि मध्य प्रदेश सरकार को बिजली विभाग के लिए यह अनिवार्य कर देना चाहिए कि जो भी लोग मीटर बदलने के लिए घरों में पहुंच रहे हैं उनके पास बिजली विभाग द्वारा जारी आईडी कार्ड की हार्ड कॉपी होनी चाहिए । और बिजली विभाग या प्राइवेट कंपनी के लोगों को प्रशिक्षित भी किया जाना चाहिए कि जिन घरों में अकेली महिलाएं या पर्दे वाली महिलाएं हैं उनका विशेष ध्यान रखा जाए और ऐसी टीमों में कम से कम एक महिला कार्यकर्ता अवश्य रखी जाए । उन्होंने आगे कहा कि यदि आवश्यक हुआ तो इन सब बातों पर सूबे के राज्यपाल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी से व्यक्तिगत चर्चा की जाएगी और वस्तुस्थिति से अवगत कराया जाएगा।