शूटिंग सेट पर सलमान-ऐश्वर्या की 'आंखों की गुस्ताखियां': ऑनस्क्रीन मां का खुलासाv
नई दिल्ली। सलमान खान भले ही अब इंडिया के मोस्ट एलिजिबल बैचलर हो, लेकिन 90 और 2000 के दशक के बीच सबसे ज्यादा उन्हीं के प्यार की कहानियां बॉलीवुड के गालियारों में गूंजती थी। सोमी अली से लेकर शाहीन बानो, संगीता बिजलानी, ऐश्वर्या राय और कटरीना कैफ तक, उनकी जिंदगी में कई हीरोइन आईं, लेकिन उनका प्यार कभी भी शादी के मुकाम पर नहीं पहुंचा।
सलमान खान की लव स्टोरी जिसके साथ सबसे ज्यादा चर्चा में रही, वो हैं ऐश्वर्या राय बच्चन। दोनों की लव स्टोरी साल 1999 में फिल्म 'हम दिल दे चुके सनम' के सेट से शुरू हुई, लेकिन एक साल के अंदर ही दोनों का ब्रेकअप हो गया।उस समय पर ऐश्वर्या राय और सलमान खान किस कदर एक-दूसरे के प्यार में डूबे हुए थे, इसका खुलासा हाल ही में 'नंदिनी' की ऑनस्क्रीन मां स्मिता जयकर ने किया। उन्होंने बताया कि सेट पर सलमान-ऐश्वर्या कैसे रहते थे।
सेट पर एक-दूसरे की आंखों में डूबे रहते थे
बॉलीवुड की फेमस एक्ट्रेस स्मिता जयकर ने हाल ही में फिल्मी मंत्रा से 'हम दिल दे चुके सनम' की शूटिंग के दौरान की कई पुरानी यादें शेयर की। उन्होंने वो पल भी याद किए, जब सलमान खान-ऐश्वर्या राय एक-दूसरे की आंखों में डूबे रहते थे। स्मिता ने कहा,
" हां वहीं सेट पर ही दोनों को एक-दूसरे से प्यार हुआ था, उनका अफेयर वहीं पनपा। उनकी लव स्टोरी ने फिल्म में बहुत मदद की। वह दोनों एक-दूसरे की आंखों में डूबे ही रहते थे और उनके चेहरे पर साफ-साफ रोमांस दिखता था। वही वजह थी कि फिल्म इतना अच्छा थिएटर में परफॉर्म कर पाई।"
सलमान खान काफी शरारती था- स्मिता जयकर
सलमान खान को लेकर अक्सर ये अफवाह उड़ती रही है कि वह सेट पर काफी गुस्सैल स्वाभाव के रहे हैं। ऐसे में जब स्मिता से ये पूछा गया कि दबंग खान का हम दिल दे चुके सनम के सेट पर कैसा बर्ताव था, तो एक्ट्रेस ने कहा,
"सलमान खान काफी शरारती था। मुझे नहीं पता अब वह कैसा है, लेकिन उस समय पर था। उसका दिल बहुत ही बड़ा है। मैंने उसे कभी भी गुस्सा करते हुए नहीं देखा है। जब किसी फिल्म पर्सनैलिटी के बारे में बात होती है, तो लोगों को बढ़ा चढ़ाकर बोलने की आदत होती है। "
आपको बता दें कि संजय लीला भंसाली के निर्देशन में बनी रोमांटिक फिल्म 'हम दिल दे चुके सनम ट्राएंगल लव स्टोरी है। फिल्म की कहानी समीर(सलमान खान) से शुरू होती है, जो नंदिनी (ऐश्वर्या राय) के पिता से संगीत सीखने आता है। चुलबुले स्वाभाव के समीर को नंदिनी से प्यार हो जाता है। दोनों प्यार में डूबे होते हैं, लेकिन जब इसका पता नंदिनी के पिता को लगता है, तो वह दक्षिणा के रूप में समीर को नंदिनी से दूर जाने के लिए कहता है और जबरन नंदिनी की शादी 'वनराज' से करवाता है। फिर कैसे समीर को ढूंढती नंदिनी को पति वनराज से प्यार हो जाता है, यही फिल्म की कहानी है।