जमीअत उलमा मध्य प्रदेश के पदाधिकारियों का दो दिवसीय परामर्श एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन |

जमीअत उलमा मध्य प्रदेश के पदाधिकारियों का दो दिवसीय परामर्श एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन |
जमीयत उलमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष हजरत मौलाना सैयद महमूद असद मदनी विशेष रूप से सम्मिलित हुए
संतोष योगी की खबर 9993268143
भोपाल. जमीअत उलमा मध्य प्रदेश के जिला पदाधिकारियों एवं विशेष अतिथियों का दो दिवसीय परामर्श एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम 24 एवं 25 मई को बरकतुल्लाह पब्लिक स्कूल, गांधीनगर, भोपाल में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में जमीअत उलमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष हजरत मौलाना सैयद महमूद असद मदनी विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता जमीअत उलमा मध्य प्रदेश के अध्यक्ष हाजी मोहम्मद हारून ने की तथा इस दो दिवसीय कार्यक्रम के विभिन्न सत्रों की अध्यक्षता हजरत मौलाना अब्दुल रहीम कासमी, वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक आरिफ अजीज तथा मुफ्ती साबिर रहमानी ने की।
इस अवसर पर हजरत मौलाना सैयद महमूद असद मदनी ने अपना विशेष संबोधन दिया। उन्होंने जमीअत के पदाधिकारीयो को संबोधित करते हुए कहाकि देश की आजादी से पहले और बाद में जमीयत उलमा-ए-हिंद का एक स्वर्णिम इतिहास रहा है , साथ ही उन्होंने संगठन की उपयोगिता, वर्तमान दौर में संगठन को और अधिक स्थिर, संगठित और मजबूत बनाने की आवश्यकता और मौजूदा दौर में जमीअत उलमा-ए-हिंद की सेवाओं पर प्रकाश डाला। साथ ही उन्होंने मध्य प्रदेश के सभी जिलों में जमीनी स्तर पर जमीअत उलमा-ए-हिंद के रचनात्मक कार्यक्रमों को मजबूती से चलाने और सक्रिय करने पर जोर दिया और कहा कि जमीनी स्तर से लेकर शीर्ष तक जमीअत की इकाइयों को मजबूत करने का काम किया जाना चाहिए। उन्होंने पूरे मध्य प्रदेश में जमीयत उलमा-ए-हिंद के सदस्यता अभियान को जोर-शोर से चलाने पर भी जोर दिया । साथ ही उन्होंने कार्यकर्ताओं को सलाह देते हुए कहा कि हमें हर समय अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए, इसके लिए खान-पान से लेकर शारीरिक व्यायाम तक हर चीज पर विशेष ध्यान देना चाहिए ताकि हम स्वस्थ मन और शरीर के साथ संगठन और देश के विकास के लिए मजबूती से काम कर सकें। उन्होंने आगे कहा कि हमें किसी भी हालत में निराशा को अपने ऊपर हावी नहीं होने देना चाहिए और जमात के काम को मजबूती के साथ करने का संकल्प लेना चाहिए, ताकि हम देश और राष्ट्र की अच्छी तरह से सेवा कर सकें।
बैठक को संबोधित करते हुए जमीयत उलमा मध्य प्रदेश के अध्यक्ष हाजी मोहम्मद हारून ने कहा कि जमीयत उलमा हिंद मुसलमानों का एक प्रतिनिधि समूह है जो हर महत्वपूर्ण मोड़ पर मुसलमानों का मार्गदर्शन करता रहा है। इसके लिए जमीअत उलमा हिंद विभिन राष्ट्रीय स्तर की समस्याओं के समाधान के लिए साथ साथ विभिन्न रचनात्मक कार्यक्रम भी चला रही है जिससे मुल्क और मिल्लत को फायदा मिल सके। जमीअत उलमा-ए-हिंद धार्मिक सेवाओं, शैक्षिक सेवाओं, सामाजिक सेवाओं , जैसे विभिन्न 32 से अधिक क्षेत्रों में काम कर रही है। जमीयत उलमा-ए-हिंद के कार्यकर्ताओं को जमीयत उलमा-ए-हिंद के विभिन्न रचनात्मक कार्यक्रमों को सफल बनाने के लिए जमीनी स्तर पर काम करना चाहिए । इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा कि हर जिले के साथ-साथ हर तहसील और हर वार्ड, हर मोहल्ले और गांव में जमीयत उलमा की इकाइयां स्थापित करने का प्रयास किया जाना चाहिए।
कार्यक्रम में जमीयत उलेमा-ए-हिंद के विभिन्न तमीरी प्रोग्रामों पर जमीअत के राष्ट्रीय कार्यालय से आए मौलाना दिलशाद कासमी द्वारा प्रेजेंटेशन दिया गया । बैठक में विभिन्न जिलों से आए पदाधिकारीयो ने भी अपने-अपने जिलों की रिपोर्ट प्रस्तुत की तथा वर्तमान स्थिति से अवगत कराया। सभी ने जमीनी स्तर पर जमीयत उलमा-ए-हिंद के रचनात्मक कार्यक्रमों को और मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
कार्यक्रम का संचालन जमीयत उलमा मध्य प्रदेश के महासचिव मोहम्मद कलीम खान एडवोकेट ने किया तथा अंत में उन्होंने मुख्य अतिथि एवं बैठक की अध्यक्षता कर रहे विशिष्ट अतिथियों के साथ-साथ जिलों से भाग लेने वाले सभी पदाधिकारियों एवं विशेष आमंत्रितों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम की मेजबानी हाजी मोहम्मद इमरान, हाजी मुहम्मद हनीफ अय्यूबी, मुहम्मद फजल खान, मुजाहिद मुहम्मद खान, मुहम्मद आमिर जैद, मौलाना राफे अली, मौलाना मुहम्मद अंसार, मुहम्मद शाकिर नदवी, आरिफ अली खान, मुहम्मद सलमान, मुहम्मद अहमद अयूबी, मुहम्मद जुबैर अय्यूबी आदि ने की। कार्यक्रम का समापन माननीय अध्यक्ष मौलाना हजरत मौलाना सैयद महमूद असद मदनी साहब की दुआ के साथ हुआ।