रक्षाबंधन पर गहनों की धूम, हल्के वजन के डिजाइनों की बढ़ी डिमांड
व्यापार : रक्षाबंधन के त्योहार को अभी काफी समय है, बावजूद इसके सरार्फा बाजार अभी से इसके लिए तैयारी में जुट गया है। मुंबई के झवेरी बाजार में ज्वेलर्स हल्के वजन के आभूषण को स्टॉक करने में जुट गए हैं। इसके साथ ही रक्षाबंधन पर सबसे अधिक बिकने वाली चांदी की राखी को लेकर भी ज्वेलर्स थोड़ी चिंता में देखे जा रहे हैं। सोने के साथ ही चांदी की कीमतें इस बार काफी अधिक होने की वजह से चांदी की राखियों की मांग में कमी आने की संभावना ज्वेलर्स को है। हालांकि ज्वेलर्स को उम्मीद है कि रक्षाबंधन पर हल्के वजन के आभूषणों की बिक्री होगी।
पिछले साल रक्षाबंधन में सोना 72,500 प्रति 10 ग्राम था
मुंबई झवेरी बाजार के चांदनी ज्वेलर्स के मुकेश जैन कहते हैं कि पिछले साल रक्षाबंधन पर सोना 72,500 प्रति 10 ग्राम और चांदी 84 हजार रुपये प्रति किलो पर थे। उस समय 7 से 8 ग्राम तक के सोने के आभूषण की बिक्री हुई थी। वहीं चांदी की बात करें तो इसमें चांदी की राखी जो कि 7 ग्राम से लेकर 10 ग्राम तक की बिक्री देखने को मिली थी। इस साल सोना 98,735 रुपये प्रति दस ग्राम और चांदी 1,14,988 रुपये प्रति किलो पर चल रही है। हमें उम्मीद है कि मांग 5 से लेकर 7 व 8 ग्राम तक के वजन के आभूषणों में हो सकती है। सरकार द्वारा 9 कैरेट को हॉलमार्क करने के फैसले से हल्के गहनों की बिक्री में तेजी आने की उम्मीद ज्वेलर्स कर रहे हैं।
कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर होने से ब्रिकी सीमित रहने की संभावना
बॉम्बे बुलियन एसोसिएशन के सदस्य एवं ज्वेलर एम कोठारी कहते हैं कि भारतीय सबसे अधिक 22 कैरेट से लेकर 14 और 18 कैरेट में सोने के आभूषणों की खरीदारी करते हैं। लेकिन सोने और चांदी की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर होने की वजह से इस बार बिक्री सीमित रह सकती है। अगर मांग होगी तो हल्के वजन के आभूषणों की हो सकती है। चांदी की कीमतें भी आसमान छू रही हैं, इस वजह से चांदी की राखी मांग सीमित होने की संभावना है। बावजूद इसके ज्वेलर्स अच्छी बिक्री की उम्मीद कर रहे हैं। क्योंकि हम अपने पुराने अनुभव से कहते हैं, त्योहारों में सोने और चांदी की बिक्री शुभता के नजरिए से की जाती रही है। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र में रक्षा बंधन के बाद गणपति का महोत्सव शुरू होने वाला है, जहां लोग चढ़ावे के लिए लाखों रुपये के सोने-चांदी की आभूषणों की खरीदारी करते हैं। इसलिए हमें उम्मीद हैं कि इस साल भी बिक्री अच्छी होगी।
ऑफर और छूट पर ध्यान दे रहे ज्वेलर्स
बॉम्बे बुलियन एसोसिएशन के राष्ट्रीय प्रवक्ता कुमार जैन कहते हैं कि रक्षाबंधन के अवसर पर मुंबई के झवेरी बाजार में डायमंड के आभूषणों पर 20 प्रतिशत तक की छूट और सोने के गहनों पर मेकिंग चार्ज नहीं लिया जाएगा। ज्वेलर्स पुराने आभूषणों के बदले नए आभूषण देने के लिए भी तैयार बैठे हैं। चांदी की राखियों और ब्रेस्लेट में कई तरह के डिजाइन ज्वेलर्स दे रहे हैं। पिछले साल 2024 में रक्षाबंधन पर सबसे अधिक 7 ग्राम का सोना बिका था, उससे पहले 2023 में 3 से 4 ग्राम तक के सोने के आइटम सबसे अधिक बिके थे।
इस साल सोने और चांदी की कीमतें अधिक होने की वजह से ज्वेलर्स हल्के वजह के गहनों पर जोर दे रहे हैं। बिक्री बढ़ाने के लिए ज्वेलर्स कई तरह के ऑफर और छूट देने की भी योजना भी बना सकते हैं। साथ ही उपभोक्ता की खरीदारी के हिसाब से उनको उपहार भी दिए जाएंगे। रिटेल ज्वेलर्स कंपनियों की बात करें तो पिछले साल 20 से 25 प्रतिशत उनकी बिक्री बढ़ी थी। फिलहाल इस साल कंपनियां कीमतें अधिक होने की वजह से ऑफर पर विशेष ध्यान दे रही हैं।